संदेश

अप्रैल, 2021 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Recommended reviews

▁ ▂ ▄⍟☆⍣ Happy Raksha Bandhan ⍣☆⍟▄ ▂ ▁

चित्र
//ee ▁ ▂ ▄⍟☆⍣ Happy Raksha Bandhan ⍣☆⍟▄ ▂ ▁ ▁ ▂ ▄⍟☆⍣ Happy Raksha Bandhan ⍣☆⍟▄ ▂ ▁ चन्दन का टीका रेशम का धागा, सावन की सुगंध बारिश की फुहार! भाई की उम्मीद बहना का प्यार, मुबारक हो आपको “रक्षा बंधन” का त्यौहार!! चंदन की लकड़ी फूलों का हार अगस्त का महीना सावन की फुहार भैया की कलाई बहन का प्यार मुबारक हो आपको रक्षाबंधन का त्योहार Happy Raksha Bandhan ...

तारों और ग्रहों का निर्माण

चित्र
तारों का निर्माण       प्रारम्भिक ब्रम्हांड में ऊर्जा व पदार्थ का वितरण समान नहीं था। घनत्व में आरम्भिक भिन्नता से गुरुत्वाकर्षण बलों में भिन्नता आई, जिसके परिणास्वरूप पदार्थ का एकत्रण हुआ। यही एकत्रण आकाशंगाओं के विकास का आधार बना। एक आकाशगंगा असंख्य तारों का समूह है। आकाशगंगाओं का विस्तार इतना अधिक होता है कि उनकी दूरी हजारों प्रकाश वर्षों में मापी जाती है। एक अकेली आकाशगंगा का व्यास 80 हजार से 1 लाख 50 हजार प्रकाश वर्ष के बीच हो सकता है। एक आकाशगंगा के निर्माण की शुरुआत हाइड्रोजन गैस से बने विशाल बादल के संचय से होती है जिसे निहारिका (Nebula) कहा गया है। क्रमशः इस बढ़ती हुई निहारिका में गैस के झुंड विकसित हुए। ये झुंड बढ़ते- बढ़ते घने गैसीय पिंड बने, जिनसे तारों का निर्माण हुआ। ऐसा विश्वास किया जाता है कि तारों का निर्माण लगभग 5 से 6 अरब वर्षों पहले हुआ। ग्रहों का निर्माण ग्रहों के विकास की निम्नलखित अवस्थाएं मानी जाती हैं:- तारे निहारिका के अन्दर गैस के गुंथित झुंड हैं। इन गुंथित झुंडों में गुरुत्वाकर्षण बल  से गैसीय बादल में क्रोड़ का निर्माण हुआ और इस गैसीय क्र...

सौरमंडल( रोचक तथ्य)

चित्र
सौरमंडल (रोचक तथ्य)  हैलो दोस्तो आज मैं आपको इस पोस्ट में आपको सौरमंडल के बारे में बताने वाला हूं तो दोस्तों आज की पोस्ट में हम जानेंगे कि सौरमंडल का विकास कैसे हुआ?  सौरमंडल हमारे सौरमंडल में आठ ग्रह हैं। नीहारिका को सौरमंडल का जनक माना जाता है और उसके ध्वस्त होने व क्रोड के बनने की शुरुआत लगभग 5 से 5.6 अरब वर्षों पहले हुई व ग्रह लगभग 4.6 से 4.56 अरब वर्षों पहले बने। हमारे सौरमंडल में सूर्य (तारा),8 ग्रह,63 उपग्रह लाखों छोटे पिंड जैसे- क्षुद्र ग्रह (ग्रहों के टुकड़े)(Asteroids), धूमकेतु ( Comets) एवं वृहत् मात्रा में धूलिकण व गैस हैं। इन आठ ग्रहों में बुद्ध, शुक्र, पृथ्वी व मंगल भीतरी ग्रह ( Inner plannet's) कहलाते हैं। पहले चार ग्रह पार्थिव (Terrestrial) ग्रह भी कहे जाते हैं। इसका अर्थ है कि ये ग्रह भी पृथ्वी की भांति शैलों और धातुओं से बने हैं और अपेक्षाकृत अधिक घनत्व वाले हैं। अन्य चार ग्रह गैस से बने विशाल ग्रह या जोवियन (jovion) ग्रह कहलाते हैं। जोवियन का अर्थ है बृहस्पति (Jupiter) की तरह। इनमें से अधिकतर पार्थिव ग्रहों से विशाल हैं औ...

ब्रम्हांड की उत्पत्ति

चित्र
 आज मैं आपको अपने इस पोस्ट में आपको बताऊंगा कि ब्रम्हांड की उत्पत्ति कैसे हुई, ब्रम्हांड का विकास कैसे हुआ ? ब्रम्हांड की उत्पत्ति आधुनिक समय में ब्रम्हांड की उत्पत्ति का सर्वमान्य सिद्धांत बिग बैंग सिद्धान्त (Big bang theory) है। इसे विस्तारित ब्रम्हांड परिकल्पना (Expanding universe hypothesis) भी कहा जाता है।1920 ईo में एडविन हब्बल ने प्रमाण दिये की ब्रम्हांड का विस्तार हो रहा है। समय बीतने के साथ आकाशगंगाएं एक दूसरे से दूर हो रही हैं। आप प्रयोग कर जान सकते हैं कि ब्रम्हांड विस्तार का क्या अर्थ है। एक गुब्बारा लें और उस पर कुछ निशान लगाएं जिनको आकाशगंगायें मान लें। जब आप इस गुब्बारे को फुलाएंगे, गुब्बारे पर लगे ये निशान गुब्बारे के फैलने के साथ- साथ एक दूसरे से दूर जाते प्रतीत होगा। इसी तरह आकाशगंगाओं के बीच की दूरी भी बढ़ रही है और परिणास्वरूप ब्रम्हांड विस्तारित हो रहा है। यद्यपि आप यह पाएंगें कि गुब्बारे पर लगे चिन्हों के बीच की दूरी के अतिरिक्त, चिन्ह स्वयं ही बढ़ रहे हैं। जबकि यह तथ्य के अनुरूप नहीं है। वैज्ञानिक मानते हैं कि आकाशगंगाओं के बीच की दूरी बढ़ रही है, परन्तु प्रे...

द कपिल शर्मा शो

चित्र
 गोविंदा और उनके दर्शकों में शानदार रोमांस फुुल टी हैैं

सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तरी

चित्र
प्राचीन भारत का इतिहास 1) वल्लभी काल किस काल को कहा जाता है? उत्तर- गुप्त काल (वल्लभी काल गुप्त काल के समान था)। 2) सेन वंश की स्थापना किसने की? उत्तर- सेन वंश बंगाल का एक राजवंश था, इसकी स्थापना हेमंत सेन ने की। 3) राष्ट्रकूट की स्थापना किसने की? उत्तर- राष्ट्रकूट की स्थापना दंतिदुर्ग ने की। इसकी स्थापना 8वीं सदी में की गई। 4) गुप्त राजाओं ने कौन से सिक्के चलवाए? उत्तर- गुप्त राजाओं ने दो सिक्के चलवाए- 1. दीनार और 2. सुवर्ण। 5) अंतिम मौर्य सम्राट कौन था? उत्तर- अंतिम मौर्य सम्राट बृहद्रथ था। उनके सेनापति सम्राट पुष्यमित्र शुंग ने मारकर शुंग वंश की स्थापना की। 6) किस यज्ञ में वैदिक काल में सुरा का प्रयोग किया था? उत्तर- वैदिक काल में सौत्रामणी यज्ञ में सुरा का प्रयोग किया जाता है। 7) दस राजाओं का युद्ध किस नदी के किनारे हुआ? उत्तर- दस राजाओं का युद्ध परूषणी नदी के किनारे हुआ। इसमें भारत जन के राजा सुदास ने दस राजाओं के संघ को हराया। 8) गौतम बुद्ध की मां महामाया किस वंश से थीं? उत्तर- गौतम बुद्ध की मां महामाया कोलिय क्षत्रिय वंश की रानी थीं। उनका विवाह क्षत्रिय शाक्य वंशी राजा शुद्धोधन ...

जीवन के सकारात्मक विचार

चित्र
 जीवन में जब चारों तरफ़ दुःख और निराशा छाने लगता है तो हमें ऐसे लगने लगता है कि सारा दुःख और परेशानी सब अपने लिए ही हैं ऐसे में एक सकारात्मक विचार यानी हमारी खुद की positive thoughts ही हमारे जीवन को रास्ता दिखा सकती है। और हमें आशा से निराशा की तरफ़ ले जाती है और फिर यही सकारात्मक सोच हमारे जीवन में सफलता दिलाती है और हर व्यक्ति अपने जीवन में किसी न किसी से जरूर प्रभावित होता है और वैसा ही बनने की कोशिश करता है। तो आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही positive thoughts जो हमारे दिमाग़ की सोच को  सकारात्मक बना सके और सफलता के रास्ते पर चल सके आप जिस दृष्टिकोण के आस पास होना चाहते हैं, वह बने। सूरज ख़ुद कमज़ोर होता है जब वह उगता है और दिन के रूप में साहस और ताक़त इकट्ठा करता है। उस व्यक्ति को हराना मुश्किल है जो कभी हार नहीं मानता। जब ख़ुशी का एक दरवाज़ा बंद हो जाता है, तो दूसरा खुल जाता है लेकिन अक्सर हम बंद दरवाज़े को इतने लम्बे समय तक देखते हैं कि हमें वह नहीं दिखता जो हमारे लिए खोला गया है। आपका काम आपके जीवन का एक बड़ा हिस्सा भरने जा रहा है और वास्तव में संतुष्ट होने का एक मात्र तरीक़...

महेन्द्र सिंह धोनी की जीवनी

चित्र
 दांए हाथ के बल्लेबाज महेंद्र सिंह धोनी भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान रह चुके हैं। महेन्द्र सिंह धोनी का नाम दुनियां के महान् क्रिकेटरों में गिना जाता है। एक कामयाब खिलाड़ी बनने के लिए धोनी की राह इतनी आसान नहीं थी और एक साधारण इंसान से महान् क्रिकेटर बनने के लिए इन्हें अपने जीवन में बहुत संघर्ष करना पड़ा था। तो आइए इस पोस्ट में हम आपको महेंद्र सिंह धोनी के जीवनी के बारे में बताएंगे। महेन्द्र सिंह धोनी की जीवनी जन्म शिक्षा क्रिकेट करियर वन डे मैच कप्तान रिकॉर्ड अवॉर्ड 1. जन्म    महेन्द्र सिंह धोनी का जन्म 7 जुलाई 1981 में रांची, बिहार में हुआ था। इनके पिता का नाम पान सिंह और माता का नाम देवकी देवी है। यह तीन भाई बहन हैं इनकी बहन का नाम जयंती गुप्ता और इनके भाई का नाम नरेन्द्र सिंह है। इनका विवाह साक्षी सिंह रावत से हुआ जो कि अब साक्षी धोनी हैं। इनकी एक बेटी है जिनका नाम जीवा है। महेंद्र सिंह धोनी के पिता पान सिंह मेकान कम्पनी में काम करते थे। इनका परिवार उत्तराखंड राज्य से है लेकिन इनके पिता अपने काम के चलते झारखंड राज्य में रहने लगे। 2. शिक्षा    महेन्द्र ...

भारत की राजनीति

चित्र
 भारत की राजनीति                                     भारत की राजनीति संविधान के ढांचे में काम करती है। जहां पर राष्ट्रपति देश का प्रमुख होता है और प्रधानमंत्री सरकार का प्रमुख होता है। भारत एक संघीय संसदीय, लोकतांत्रिक गणतंत्र है, भारत एक द्वी- राजतंत्र का अनुसरण करता है अर्थात् केंद्र में एक केन्द्रीय सत्ता वाली सरकार और परिधि में राज्य सरकारें। संविधान में संसद के द्वी- सदनीयता का प्रावधान है, जिसमें एक ऊपरी सदन (राज्यसभा) जो भारतीय संघ के राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेशों का प्रतिनिधित्व करता है और निचला सदन (लोक सभा) जो भारतीय जनता का प्रतिनिधित्व करता है, सम्मिलित हैं। शासन एवं सत्ता सरकार के हांथ में होती है। संयुक्त वैधानिक बागडोर सरकार एवं संसद के दोनों सदनों, लोक सभा एवं राज्य सभा के हांथ में होती है। न्याय मण्डल शासकीय एवं वैधानिक, दोनों से स्वतन्त्र होता है। संविधान के अनुसार, भारत एक प्रधान, समाजवादी, धर्म- निरपेक्ष, लोकतांत्रिक राज्य है, जहां पर सरकार जनता के द्वारा चुनी जाती है। बह...

10 परेशानियां जिसका सामना हर छोटे व्यापारी को करना पड़ता है!

चित्र
 क्या आपने कभी किसी व्यापारी को आराम से उनका व्यवसाय चलाते देखा है? बहुत काम, क्यों? क्योंकि व्यावसायिक समस्याओं को सुलझाने के लिए आपको होशियार बनना पड़ेगा। ऐसा अनुमान लगाया गया है कि 40 प्रतिशत छोटे व्यापारियों को अपना व्यवसाय पहले साल में ही बंद करना पड़ता और 50 प्रतिशत व्यापारी 2 साल से अधिक अपना व्यवसाय नहीं चला पाते और उन्हें अपना व्यवसाय बंद करना पड़ता है। यह बहुत ही दुखद सत्य है। व्यापारियों का जीवन तनाव और परेशानियों से भरा होता है पर यदि व्यवसाय को सही से चलाया जाए तो ढेरों उपहार मिलने की संभावना है। दरअसल काफ़ी व्यावसायिक समस्याओं का समाधान उपलब्ध है। व्यापारियों को होने वाली 10 आम परेशानियां बहुत कम समय में बहुत कुछ करना:- 90 प्रतिशत लोगों की यह आम परेशानी है इस प्रतिस्पर्धी दुनियां में आपका समय बहुत जल्दी ख़त्म हो जाएगा। व्यवसाय चलाना बहुत ही थकाऊ है और इसमें आपकी सोंच से अधिक समय लगता है। अपने व्यवसाय का प्रबंधन रखने के लिए आपको एक साथ कई काम करना आना चाहिए। कई व्यापारी तो अपने कर्मचारियों से अधिक काम करते रह जाते हैं। उन्हें काम के अलावा आराम करने  और परिवार के स...

भगवान् गणेश के प्रथम पूज्य बनने की कहानी

चित्र
भगवान् गणेश प्रथम पूज्य कैसे बनें? ब्रम्हा जी ने जब सभी देवताओं में प्रथम पूज्य होने का निर्णय करने लगे, तब यह तय किया गया कि जो देव पृथ्वी की परिक्रमा पहले करके आएगा वही प्रथम पूज्य माना जाएगा। गणेश भगवान् का मूषक कैसे सबसे पहले दौड़े।पुरानांतर श्लोक :- 'चरण मात- पितु के धर लिन्हे, 'तिनके सात प्रदक्षिणा किन्हें; 'धनि गणेश कहि शिव हिय हर्श्यो; 'नभ ते सुरण- सुमन बहु बर्श्यो। अर्थात् :-           माता- पिता को समूचा लोक माना और उनकी सात परिक्रमा कर ली। शिव जी का हृदय यह देखकर प्रसन्न हो गया और आकाश से पुष्पों की वर्षा होने लगी। यह बात तय है कि गणेश भगवान् शेष देवताओं से पहले पहुंचे। उनकी यह बुध्दि- कौतुक देखकर ब्रम्हा जी ने उन्हें प्रथम पूज्य बनाया। अतः प्रत्येक कार्य में उनकी प्रथम पूजा होती है। वे भगवान् शंकर के  गण ओ के मुख्य अधिपति देवता हैं। भगवान् गणेश की प्रथम पूजा न हो तो कार्य के निर्विघ्न संपन्न होने की आशा कम ही रहती है। पंच देव उपासना में भगवान् गणेश मुख्य हैं। प्रत्येक कार्य का  शुभारंभ 'श्री गणेश' अर्थात् उनके स्मरण- वंदन से ही होता है। भगव...